रुपये, पद और बलि - 12 - अंतिम भाग S Bhagyam Sharma द्वारा जासूसी कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें जासूसी कहानी किताबें रुपये, पद और बलि - 12 - अंतिम भाग रुपये, पद और बलि - 12 - अंतिम भाग S Bhagyam Sharma द्वारा हिंदी जासूसी कहानी 1k 2.3k अध्याय 12 सुधाकर के रिवाल्वर लेने से जोसेफ पसीने से तरबतर हो गया। उसकी जुबान और उसका गला सूख गया। "सु.... सुधाकर यह क्या है ?" "मालूम नहीं ? यह रिवाल्वर है। तुम्हारी आत्मा को शांति नहीं चाहिए क्या ...और पढ़ेतुम्हारे परमपिता के पास जाने में ही तुम्हारी भलाई है।" "तुम... मुझे क्यों मारना चाहते हो ?" "पुलिस को तुम पर शक है उसके बाद भी तुम जिंदा रहो तो फंस जाओगे और हमें भी फंसा दोगे। चुपचाप प्राणों को त्याग दो। सिर्फ मेरी इच्छा नहीं है। अप्पा की भी यही इच्छा है।" "अरे पापी लोगों ! आखिर में तुमने कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें रुपये, पद और बलि - 12 - अंतिम भाग रुपये, पद और बलि - उपन्यास S Bhagyam Sharma द्वारा हिंदी - जासूसी कहानी (24) 15.5k 36.3k Free Novels by S Bhagyam Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी S Bhagyam Sharma फॉलो