inner conscious book and story is written by Kanzriya Hardik in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. inner conscious is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. भीतर से सचेत Kanzariya Hardik द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 4 2.3k Downloads 6.2k Views Writen by Kanzariya Hardik Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बुद्ध का एक शिष्य था। वह सन्यास लेकर नया-नया दीक्षित हुआ था। उसने बुद्ध से पूछा के मैं आज कहां भिक्षा माँगने जाऊं? बुद्ध ने कहा, मेरी एक श्राविका है, वहाँ चले जाना।शिष्य वहाँ गया। जब वह भोजन करने बैठा, तो वह बहुत हैरान हुआ क्योंकि उसे रास्ते में इसी भोजन का खयाल आया था। यह उसका प्रिय भोजन था। पर उसने सोचा कि मुझे अब ये भोजन कौन देगा? वह कल तक राजकुमार था और जो उसे पसंद होता वह वही खाता था। लेकिन उस श्राविका के घर, उसकी पसंद का भोजन देख कर वह बहुत हैरान हो गया। More Likes This येल्लप्रगडा सुब्बाराव - 1 द्वारा Narayan Menariya कल्पतरु - ज्ञान की छाया - 2 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) जादुई लकीरें - 1 द्वारा Writer Digvijay Thakor The Situation Self - 1 द्वारा ADARSH PRATAP SINGH जीवनभर की बचत - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) सन्यासी -- भाग - 31 द्वारा Saroj Verma गांव का उजाला - 1 द्वारा simran bhargav अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी