my country abroad book and story is written by Arun Singla in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. my country abroad is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. विदेश में अपना देस Arun Singla द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 1 1.7k Downloads 5.8k Views Writen by Arun Singla Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण “दीदी में मरना चाहती हूँ “ फातिमा ने दुखी हो कर कहा .फातिमा की उम्र लगभग 42 साल कद 5.5 रंग गेहुआ, चोडा माथा, भूरी आँखे, तीखी नाक शरीर भरा भरा था. वह बंगलादेश भारत के 4,156 किलोमीटर लम्बे, दुनिया के पांचवे सबसे लम्बे बॉर्डर से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पत्निताला शहर के पास एक छोटे से गाँव में रहती थी, और आठ बहन-भाइयों में सबसे बड़ी थी, 14-15 वर्ष की अवस्था में उसका अब्दुल से निकाह हो गया.क्योंकि गाँव में रोजगार के अवसर ना के बराबर थे, वे रोजगार की तलाश में गाँव से पत्निताला आ More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी