अन्ना राजनीति में ‘‘मत’’ जाना .... Alok Mishra द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें हास्य कथाएं किताबें अन्ना राजनीति में ‘‘मत’’ जाना .... अन्ना राजनीति में ‘‘मत’’ जाना .... Alok Mishra द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 1.1k 6.3k अन्ना राजनीति में ‘‘मत’’ जाना ....यह आलेख उस समय की तात्कालीन परिस्थितियो में व्यवस्था पर व्यंग्य के रूप में लिखा गया था जो अनेक अखबारों में प्रकाशित भी हुआ था । अन्ना आदरणीय है इस आलेख में पूरे ...और पढ़ेके साथ उन्हें सूत्राधार के रूप में देखें । अन्ना जी हमें ऐसा लगने लगा है कि आप तो है एक भोले – भाले व्यक्ति फिर भी राजनैतिक जमात की रोजी - रोटी के पीछे पड़े है । वे आपसे पीछा छुड़ाने के लिए कभी आप को भगोड़ा कहते है तो कभी भ्रष्टाचारी ; कभी वे अलग-अलग आप की प्रशंसा कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्ना राजनीति में ‘‘मत’’ जाना .... अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Alok Mishra फॉलो