बेटी हुई है Mayank Saxena द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें सामाजिक कहानियां किताबें बेटी हुई है बेटी हुई है Mayank Saxena द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 1.2k 7k बेटी हुई है अभी नई नई शादी हुई ही थी कि शिव अपनी धर्मपत्नी आस्था से बिना भविष्य सोचे प्रणय मिलन कर बैठा जिससे आस्था का गर्भाधान हो गया। आस्था यूँ तो घरेलु, संस्कारी और गृहकार्यों में दक्ष थी ...और पढ़ेशान्त और अन्तर्मुखी व्यक्तित्व की महिला थी। चाँदनी सा सौंदर्य, मीनाक्षी, सुर्ख गुलाबी अधर, आस्था के मुख मण्डल की आभा देखते ही बनती थी शायद इसीलिए शिव अपनी काम वासना पर नियंत्रण न रख सका होगा। शिव एक विदेशी कम्पनी की भारतीय शाखा में प्रबंधक के पद पर कार्यरत था। शिव की मासिकी भी यही कोई 60-70 हज़ार भारतीय रुपया कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें बेटी हुई है अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Mayank Saxena फॉलो