Soupankha book and story is written by कैप्टन धरणीधर in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Soupankha is also popular in Spiritual Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सूपनखा Captain Dharnidhar द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 15 2.7k Downloads 8.7k Views Writen by Captain Dharnidhar Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ?सूपनखा का नौका विहार यौवन मद से चूर चूर सम वय सखियों के संग सूपनखा का नोका विहार उन्मत्त सूपनखा की भयावही आवाजें समुद्र की लहरों की गर्जन समुद्री लुटेरों का झुंड अपनी नौकाओं से लंका की उन दानव कन्याओं को घेर लिया सूपनखा अपना बल दिखलाने लगी तीरो पर तीर चला लुटेरों को खदेड़ ने लगी यह क्या समुद्री लुटेरों के असंख्य झुंड अपने साथियों की रक्षा मे आ खड़े हुए दस्यु सुन्दरी कुछ करती उसे नाव सहित पकड़ लिया सूपनखा अपने आपको बचाने के लिए अपने भाई रावण का भय दिखलाने लगी । तुम नही जानते मै कौन हूँ...मै उस म More Likes This बुजुर्गो का आशिष - 3 द्वारा Ashish स्पंदन - 1 द्वारा Madhavi Marathe भगवान् के चौबीस अवतारों की कथा -8 द्वारा Renu चैनल की डिश वाला भूत द्वारा Aariz Billan आत्मज्ञान की यात्रा - सारांश द्वारा atul nalavade मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 1 द्वारा Sonali Rawat पावागढ़ मंदिर - भाग 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी