Swal h Naak ka book and story is written by Sunita Bishnolia in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Swal h Naak ka is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सवाल है नाक का Sunita Bishnolia द्वारा हिंदी महिला विशेष 7 1.8k Downloads 8.1k Views Writen by Sunita Bishnolia Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सवाल है नाक का "सुबह के साढ़े - पाँच बज गए, महारानी की नींद नहीं खुली अब तक।" माँ ने जोर-जोर से बड़बड़ाते हुए कहा तो पास वाले कमरे में सो रही बड़ी बेटी सरोज आँखे मलती-मलती बाहर आई और बोली - "माँ जब आपकी कोई सुनता ही नहीं तो आप क्यों रोज सुबह बड़बड़ाने लगती हो।" "क्या करूँ, मुझे पसंद नहीं कि घर की बहु इतनी देर तक सोती रहे इसीलिए कहती हूँ वरना मुझे क्या।" " आप तो पिछले दो सालों से कह रही हैं पर भाभी को कोई असर हुआ क्या? नहीं ना, ज्यादा कहोगे तो जबान लड़ाएगी।" "घर वालों ने यही संस्कार More Likes This मुक्त - भाग 3 द्वारा Neeraj Sharma शोहरत का घमंड - 99 द्वारा shama parveen नशे की रात - भाग -1 द्वारा Ratna Pandey मंजिले - भाग 6 द्वारा Neeraj Sharma जरूरी था - 1 द्वारा Komal Mehta दरिंदा - भाग - 1 द्वारा Ratna Pandey बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार - 6 द्वारा नीतू रिछारिया अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी