Pyar Wali Pathari - 4 book and story is written by vidya,s world in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pyar Wali Pathari - 4 is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. प्यार वाली पठरी... - भाग 4 vidya,s world द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 608 3k Downloads 9.2k Views Writen by vidya,s world Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण शादी के बाद ऋतुराज जब वापस आ जाता है तब वो तो वापस आ गया था पर उसका दिल तो वहीं पीछे पायल के पास ही छूट गया था।रातभर वो सोनेकी कोशिश करता रहा फिर भी उसे नींद ना आ रही थी।बार बार पायल का मुस्कुराता चेहरा नजरो के सामने आ रहा था।थोड़ी देर वो वैसे ही तकिये से लिपटकर बिस्तर पर पड़ा रहा फिर उसने टिवी ऑन किया और ऐसे ही बटन दबा दबा कर कुछ देखने की कोशिश करने लगा। तभी टीवी पर एक गाना बज रहा था... ना कजरे की धार ना मोतियों के हार ना कोई Novels प्यार वाली पठरी पांच माले कि सुंदर सी इमारत के दूसरी मंजिल पर डॉक्टर ऋतुराज ने अपनी नई क्लिनिक शुरू की थी । उन्हें यहा का इलाका बड़ा पसंद आया था और यहां उनकी क्लिनिक... More Likes This पहली नजर का पहला प्यार द्वारा PAYAL PARDHI कुछ पल अनजाने से - भाग 1 द्वारा Gunjan Banshiwal मैं तेरे प्यार में पागल - 1 द्वारा Bharti 007 चाहत -ए- तपिश - 1 द्वारा Unicorngirl दिल का रिश्ता - 1 द्वारा soni मैं बिखरा नहीं......बस बदल गया - 1 द्वारा vikram kori Mafiya Boss - 1 द्वारा PAYAL PARDHI अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी