Ravish Bhaiya Kanhaiya aur Mera Sapana book and story is written by Rajeev Upadhyay in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ravish Bhaiya Kanhaiya aur Mera Sapana is also popular in Comedy stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
चोलबे ना - 4 - रवीश भाई, कन्हैया और मेरा सपना
Rajeev Upadhyay
द्वारा
हिंदी हास्य कथाएं
Four Stars
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विवरण
कल अचानक ही रवीश भाई से मिलना हो गया। कौन? अरे भाई! वही अपने रवीश भाई जी! कमाल है अभी भी आप नहीं समझे! अरें भई रवीश कुमार के बारे बात कर रहा हूँ। अब तो आप समझ गए न! हाँ तो फिर ठीक है। तो हुआ ये कि कल रवीश भाई से मिलना हुआ। मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि मैं उनसे मिल रहा था। एकदम्मे भक्क मार दिया था मुझे। उनको देखकर मुँह खुला का खुला रह गया था। फिर खुद को यकीन दिलाने के लिए हाथ पाँव मारा तो पता चला कि मैं उनसे
चच्चा खीस से एकमुस्त लाल-पीला हो भुनभुनाए जा रहे थे मगर बोल कुछ भी नहीं रहे थे। मतलब एकदम चुप्प! बहुत देर तक उनका भ्रमर गान सुनने के बाद जब मेरे अन्दर...
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