khichdi book and story is written by r k lal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. khichdi is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. खिचड़ी r k lal द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 29 3.1k Downloads 10k Views Writen by r k lal Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण खिचड़ीआर 0 के 0 लालमम्मी ! तुम्हारे पापा के घर से इस बार खिचड़ी नहीं आई? सुमित ने अपनी मां पूनम से पूछा। पूनम आज सुबह से ही उदास थी उसने सोचा कि छोटे बच्चे सुमित को क्यों दुखी करे । उसने उसे कोई जवाब नहीं दिया । पूनम को पता था कि हर साल की तरह इस बार उसके मां के यहां से खिचड़ी नहीं आने वाली । कहने लगी, “माँ के बिना रीत रिवाज निभाने वाला कौन है वहाँ” ?सुमित ने देखा कि थोड़ी देर बाद उसकी माँ पूनम अपनी शादी पर नानी द्वारा दिए गए संदूक को More Likes This मंजिले - भाग 9 द्वारा Neeraj Sharma ज्वार या भाटा - भाग 1 द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz तेरी मेरी यारी - 5 द्वारा Ashish Kumar Trivedi आखेट महल - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil कहानी फ्रेंडशिप की - 1 द्वारा Shahid Raza मीरा प्रेम का अर्थ - 3 - माधव की मीरा द्वारा sunita maurya द्वारावती - 41 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी