mujhe swr do tumhe mai geet ka uphar dunga book and story is written by कृष्ण विहारी लाल पांडेय in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. mujhe swr do tumhe mai geet ka uphar dunga is also popular in Poems in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. स्वर दो तुम्हें मैं गीत का उपहार दूंगा कृष्ण विहारी लाल पांडेय द्वारा हिंदी कविता 999 Downloads 6.3k Views Writen by कृष्ण विहारी लाल पांडेय Category कविता पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण तुम मुझे स्वर दो तुम्हें मैं गीत का उपहार दूंगा खोजता था मैं अभी तक आंधियों में शांति के क्षण, जिन्दगी से हार मांगे मौत से दो मधुर चुम्बन। अमा के तम में अमर आलोक की बस कल्पना ही, वह भ्रला आलोक क्याा जो मुस्कराये चार उडगण। तुम अगर आओ लगत को ज्योति का आधार दूंगा॥ तुम मुझे स्वर दो तुम्हें मैं गीत का उपहार दूंगा॥ बंधनों के स्वर्ग को जिसने नियति का भार जाना, मदिर उन्मादी दृगों को कैद कर समझे बहाना। वह गगन का मुक्त पंछी दूर से ही हंस रहा जो कौन सा विस्मय उसे यदि More Likes This मी आणि माझे अहसास - 98 द्वारा Darshita Babubhai Shah लड़के कभी रोते नहीं द्वारा Dev Srivastava Divyam जीवन सरिता नोंन - १ द्वारा बेदराम प्रजापति "मनमस्त" कोई नहीं आप-सा द्वारा उषा जरवाल कविता संग्रह द्वारा Kaushik Dave मेरे शब्दों का संगम द्वारा DINESH KUMAR KEER हाल ए दिल द्वारा DINESH KUMAR KEER अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी