There is a story like this book and story is written by Smita in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. There is a story like this is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. एक किस्सा ऐसा भी Smita द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 5 2k Downloads 6.1k Views Writen by Smita Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण छींटदार नीले रंग का पर्दा अपनी जगह पर व्यवस्थित हो चुका था. भगतजी(देवधर ) अपनी खटिया पर लेट चुके थे। अपने बेटे की पदचाप उन्हें साफ सुनाई दे रही थी। बेटा बिल्कुल बरामदे तक आ चुका था। जाड़े का दिन था, इसलिए भगतजी ने कम्बल को अपने चेहरे तक खींच लिया। धीरे-धीरे उनके कराहने की आवाज कमरे से बाहर बरामदे तक आने यानी भगतजी का पाेता पिता के पैरों से लिपट गया। वह उनकी पैंट की जेब में हाथ डालकर पूछने लगाअभी वे जेब से कुछ निकाल ही रहे थे कि भगतजी के कराहने की आवाज उन तक पहुंच गई। अपने बाबूजी की आवाज सुनते ही More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी