Pagdandiyan Gawaah hain book and story is written by Abdul Gaffar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pagdandiyan Gawaah hain is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पगडंडियाँ गवाह हैं Abdul Gaffar द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 6 1.7k Downloads 6.4k Views Writen by Abdul Gaffar Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण पगडंडियाँ गवाह हैं। (कहानी)लेखक - अब्दुल ग़फ़्फ़ार _________दिन भर की कड़ी धूप में झुलसे हुए घास रात भर मख़मली शबनम में नहा कर तरो ताज़ा हो चुके थे। पगडंडी के दोनों तरफ़ तरबूज़ की हरी भरी लताएँ पसरी हुई थीं। खेतों में हरे लाल काले और चितकबरे तरबूज़ शांत मुद्रा में सिर उठाए नज़र आ रहे थे।बेला अपनी मड़ई में बर्तन मांझ रही थी। बाहर उसे कुछ आहट महसूस हुई। इसके पहले कि वो कुछ समझ पाती कंबल में लिपटे भालू जैसे दिखते चार पांच इंसान आए और बेला का मूंह दबाए खींचते हुए जंगलों की तरफ़ लेकर चले गए।कुछ देर बाद More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी