हीरामन कारसदेव - 1 राजनारायण बोहरे द्वारा क्लासिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें क्लासिक कहानियां किताबें हीरामन कारसदेव - 1 हीरामन कारसदेव - 1 राजनारायण बोहरे द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 90 417 हीरामनकारसदेव राजनारायण बोहरे लेखक के उपन्यास "मुखबिर " का अंश मैने अनुभव किया था कि बीहड़ में हम जिस भी गाँव के पास से निकलते हरेक ज्यादातर गांवों के बाहर एक चबूतरा जरूर बना होता । ...और पढ़ेपूरी श्रद्धा से उस चबूतरे पर सिर जमीन पर रखकर प्रणाम करता । मुझ लगातार यह उत्सुकता रहने लगी कि इस जैसा हिंसक आदमी कौन से देवता को इतना मानता है, किसी दिन पूछेंगे । एक दिन मौका देख कर मैंने पूछा तो कृपाराम ने बताया-ये हम ग्वाल बालों के देवता हीरामन कारसदेव है । ’इनकी कथा कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें हीरामन कारसदेव - उपन्यास राजनारायण बोहरे द्वारा हिंदी - क्लासिक कहानियां 135 747 Free Novels by राजनारायण बोहरे अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ राजनारायण बोहरे फॉलो