हमारे पास कितना कम समय है कृष्ण विहारी लाल पांडेय द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें कविता किताबें हमारे पास कितना कम समय है हमारे पास कितना कम समय है कृष्ण विहारी लाल पांडेय द्वारा हिंदी कविता 294 केबीएलपांडेकेगीत गीत हमारेपासकितनाकमसमयहै डालपर अब पक न पातेफल हमारेपासकितनाकमसमयहै कौनमौसमकेभरोसेबैठताहै चाहतोंकेलिएपूरीउम्रकमहै मंडियांसंभावनाएंतौलती है स्वादकेबाजारकाअपनानियमहै मिट्ठूओ कावंशहैभूखा यहांतकआगये दुर्भिक्षभयहै डालपरअब पक नपातेफलहमारेपासकितनाकमसमयहै हरेबनकेसिर्फकुछविवरणबचेहैं भरीमठमेंलीउदासीक्यारियोंमें आगकीबातेंहवामेंउड़रहीहैं आजठंडीहोरहीजिनगाड़ियोंमें वहइससेक्यासारणिकलेगा यहांपरआरंभसेनिसकरसकताहै डालपर अब पक न पातेफल हमारेपासकितनाकमसमयहै वहांजानेक्याविवेचनचलरहाहै सभी केवक्तव्यबेहदतीखे ...और पढ़ेवास्तविकहै पूछनेपरबसयहीउत्तर सभी के यहगंभीरचिंताकाविषयहै डालपर अब पक न पातेफल हमारेपासकितनाकमसमयहै केबीएलपांडेकेगीत कभी-कभीबसआतेरहना यहीबहुतहैबंधुआजकल कभी-कभीबसआतेरहना वैसेइसआपाधापीमें किसकोफुर्सतआएजाए! ब्याहबधाईशोकसांत्वना मिलजातेहैंछपेछपाए!! फिरभीकभीइधरसेनिकलो, हमपरदयादिखातेरहना! कभी-कभीबसआतेरहना!! राजकाजकितनामुश्किलहै छोटेलोगभलाक्याजाने! त्यागतपस्याकेस्वर्णाक्षर हमअज्ञानीक्यापहचाने !! किसनिशानपरबटनदबानामालिकहमेंबतातेरहना! कभी-कभीबसआतेरहना भलाआपभीक्याकरसकते जबसबकाअपनानसीबहै ! यहतोप्रभुकीलीलाठहरी वहअमीरहैवहगरीबहै !! सभीचैनलोंपरपूरेदिनहमेंयहीसमझातेरहना! कभी-कभीबसआतेरहना छोड़ोहमभीक्यालेबैठे दोकौड़ीछोटीबातेंबातेंछोटी, आखिरदेशप्रेमभीकुछहै जबदेखोतबरोटीरोटी!! करतलध्वनिमेंआजादीकाझंडाआपचलातेरहना कभी-कभीबसआतेरहना ऐसा क्यों होता है ऐसा क्यों होता है कि कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ कृष्ण विहारी लाल पांडेय फॉलो