आह कोरोना वाह कोरोना .... ( व्यंग्य ) Alok Mishra द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें हास्य कथाएं किताबें आह कोरोना वाह कोरोना .... ( व्यंग्य ) आह कोरोना वाह कोरोना .... ( व्यंग्य ) Alok Mishra द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 819 5.4k आह कोरोना वाह कोरोना .... ( व्यंग्य ) पिछले कुछ महीनों मैं जो हुआ वह " न भूतो ना भविष्यति " का बेहतरीन उदाहरण है । हमारे देश में आज ...और पढ़ेबारह बजे वाली घोषणा का सबको बेसब्री से इंतजार रहता है। घोषणा हुई एक धमाके के साथ पूरा देश लॉकडाउन में चला गया याने अघोषित कर्फ्यू । हमारे बचपन में शहर में कर्फ्यू लगा था । गांव के लोग बैलगाड़ी से आने लगे थे शहर में कर्फ्यू सर्कस लगा है सोच कर, जिसे वे देखना चाहते थे । इस बार वे भी जान गए की कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें आह कोरोना वाह कोरोना .... ( व्यंग्य ) अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Alok Mishra फॉलो