મારા કાવ્ય Nikita panchal द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें कविता किताबें મારા કાવ્ય મારા કાવ્ય Nikita panchal द्वारा हिंदी कविता 1.5k 5.7k 1.तड़पतेरे इश्क ने ये हालत कैसी कर दी मेरी ये जालिम।दरबदर भटकते रहेते हम तुम्हें भूलने को रात दिन।हम तो मयखाने में भी जाते है तुम्हे भुलाने के लिए।कमबख्त शराब की हर एक बूंद में भी तुम ही नजर ...और पढ़ेक्या समझेगा हालत मेरी जो इस रास्ते से नहीं गुज़रा।जो गुज़रा है उसे ही तो ज़रा सी कदर नहीं मेरे प्यार की।तुमसे मोहब्बत करने का गुनाह ही तो किया था।इसलिए तुमने पल पल मरने की सजा मुझे देदी।सोचा कुछ तो ऐसा करू जिसे तुम्हे मुझ पर प्यार आए।पर तुम बेवफ़ा किसी और का हाथ पकड़ कर चले गए।अब और कितना कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें મારા કાવ્ય મારા કાવ્ય - उपन्यास Nikita panchal द्वारा हिंदी - कविता (28) 8.9k 31.2k Free Novels by Nikita panchal अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Nikita panchal फॉलो