Geeta ke Rattan Poems book and story is written by kaushik G in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Geeta ke Rattan Poems is also popular in Poems in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. गीता के रतन ( कविता संग्रह ) Geeta Kaushik Ratan द्वारा हिंदी कविता 3 1.4k Downloads 6.2k Views Writen by Geeta Kaushik Ratan Category कविता पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 1• कविता----"मोह-जाल" आज अचानक चली आई फिर, याद तुम्हारी द्वार प्रिये। बिखर पड़ी अश्रुजल धारा, गई क्यूँ हिम्मत हार प्रिये।। सब भाव जोड़ मन चितवन के, करके सब संचित अनुराग। कभी चित्रकार कभी शिल्पकार बन, रही जोड़ती तार प्रिये ।। सुंदर सुरभित तरूशिखा से, सजी ये बंदनवार मनोहर। अनुकम्पा सजीले फूलों ने कर, बनाए हैं मधुबन हार प्रिये ।। रही नयन सेज पर स्वप्न पिरोतीं, आशाएँ सुंदर संसार। आई ह्रदय कुंज से बाहर झांकने, सुन साँसों की झनकार प्रिये।। इन मृग नयनों की प्यास देखकर, निर्जन भी झूठे नीर बहाए। दो प्यासे नयना चिर तृष्णा More Likes This मी आणि माझे अहसास - 98 द्वारा Darshita Babubhai Shah लड़के कभी रोते नहीं द्वारा Dev Srivastava Divyam जीवन सरिता नोंन - १ द्वारा बेदराम प्रजापति "मनमस्त" कोई नहीं आप-सा द्वारा उषा जरवाल कविता संग्रह द्वारा Kaushik Dave मेरे शब्दों का संगम द्वारा DINESH KUMAR KEER हाल ए दिल द्वारा DINESH KUMAR KEER अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी