हमसफर - (भाग3) Kishanlal Sharma द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें प्रेम कथाएँ किताबें हमसफर - (भाग3) Humsafar - (Part 3) book and story is written by किशनलाल शर्मा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Humsafar - (Part 3) is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. हमसफर - (भाग3) Kishanlal Sharma द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1.6k 5.4k "हो सकता है तुम्हारी मौत से तुम्हारे जीवन का दर्द मिट जाता।लेकिन यह तो दर्द मिटाने का कोई तरीका नही हुआ।अगर दर्द मिटाने का यही सही तरीका है,तो फिर हर इंसान को आत्महत्या कर लेनी चाहिए,"उसकी आवाज में जोश ...और पढ़ेसुख दुख का मेल है।सुख दुख तो आते रहते है।वह इंसान ही क्या जो जरा से दुखो से घबराकर मौत का आलिंगन करने के लिए तैयार हो जाये।"युवती ने उसे पैनी नज़रो से देखा।उसकी बात सुनकर जैसे मानो उसे होश आया गया हो।तभी उसका सोया हुआ दर्द फिर से जाग उठाऔर वह कराह उठी।उसने अपने चेहरे को दोनो हाथो से कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें हमसफर - (भाग3) हमसफर - उपन्यास Kishanlal Sharma द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ (18) 6k 19.1k Free Novels by Kishanlal Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी