Niv ki int book and story is written by राजेश ओझा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Niv ki int is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. नींव की ईंट राजेश ओझा द्वारा हिंदी लघुकथा 6.1k 2.4k Downloads 12k Views Writen by राजेश ओझा Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वह बूढ़ी औरत पसीने से तर-बतर थी..पर बूढ़ी हड्डियों में जोश और उत्साह देखते बनता था..सर पर तीन ईंटे तूली कपड़े में बांधे लिये चली जा रही थी..शरीर धूल धूसरित..पर चेहरे पर उत्साही चमक..होंठो पर राम जी का गीत.."लल्ला मत हो और उदास,कि मैं आ रही महल बनवाने को.."गीत गाते हुये उसकी नजरें रास्ते में नल तलाश रही थीं.. शायद बूढ़ी अम्मा को प्यास लगी थी..तभी सड़क किनारे बसे एक गाँव में एक नीम के नीचे नल दिखा..वहीं कुछ औरतें नीम पर जल चढ़ा रही थीं..अम्मा ने ईंटों को साफ जगह रखा और नल से पानी पीने लगीं..औरतें जल चढ़ाकर More Likes This उड़ान (1) द्वारा Asfal Ashok नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी