agni pariksha book and story is written by Rekha Pancholi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. agni pariksha is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अग्नि परीक्षा Rekha Pancholi द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 4 1.8k Downloads 10k Views Writen by Rekha Pancholi Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जय श्री राम !जय श्री राम !का उद्घोष, सिंधु की उत्तंग लहरों से टकराकर स्वर्ण नगरी में फैल गया । यह संदेश था, जो सांझ के धुंधलके में इस सन्नाटे भरी नगरी में दबे पांव पसारने लगा था, कि उनका वीर योद्धा किंतु अहंकारी राजा अब नहीं रहा ,कोई खास हलचल नहीं थी ।जैसे सब को पहले से ही परिणाम पता था, जैसे सब उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे थे, कि जो कुछ होना है, वह शीघ्रता पूर्वक घटित हो और इस असमंजस और उहापोह के वातावरण से मुक्ति मिले। दुर्बल कृषकाय तापसी जो अशोक वृक्ष के नीचे बिछे कुशासन पर More Likes This तेरी मेरी यारी - 5 द्वारा Ashish Kumar Trivedi आखेट महल - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil कहानी फ्रेंडशिप की - 1 द्वारा Shahid Raza मीरा प्रेम का अर्थ - 3 - माधव की मीरा द्वारा sunita maurya द्वारावती - 41 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave तमस ज्योति - 1 द्वारा Dr. Pruthvi Gohel इंद्रप्रस्थ - 2 द्वारा Shakti अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी