ghada book and story is written by Vivek Mishra in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. ghada is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. घड़ा - विवेक मिश्र Vivek Mishra द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 8 1.3k Downloads 8.2k Views Writen by Vivek Mishra Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ' घड़ा 'विशाल उठकर बिस्तर पर बैठ गए। उनके माथे पर पसीने की बूँदें चमक रही थीं। विशाल तेज़ी से बेडरूम से निकल कर ड्राईंगरूम में आ गए। शीतल फ़ोन पर बात करने में व्यस्त थीं। विशाल ने कमरे के कोने में रखे घड़े को उठाया और ड्राईंगरूम से निकल कर लॉन में आ गए। शीतल भी विशाल के पीछे-पीछे बाहर आ गईं। वह विशाल से कुछ कह पातीं तब तक विशाल ने उस बड़े राजस्थानी घड़े को, जिस पर कच्चे पर चटक रंगों से फूल-पत्तियाँ और More Likes This एक समय ऐसा भी आएगा - 1 द्वारा Wow Mission successful रौशन राहें - भाग 1 द्वारा Lokesh Dangi अहम की कैद - भाग 1 द्वारा simran bhargav भूलभुलैया का सच द्वारा Lokesh Dangi बदलाव ज़रूरी है भाग -1 द्वारा Pallavi Saxena आशा की किरण - भाग 1 द्वारा Lokesh Dangi मंजिले - भाग 12 द्वारा Neeraj Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी