Saloni ka phone book and story is written by राजेश ओझा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Saloni ka phone is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सलोनी का फोन राजेश ओझा द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 7k 2.5k Downloads 11.1k Views Writen by राजेश ओझा Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आज होली के त्योहार में जहां सब मगन थे वहीं महंगू का चित्त खोया खोया था..महंगू की दुलहिन अंदाजा लगा तो रहीं थीं पर एक अन्जाने भय से कांप जातीं..घर में उल्लास का माहौल था..दोपहर के एक बज गये थे..बच्चे नहा धोकर नये नये कपड़े पहने,अबीर लगाये घूम रहे थे..वहीं महंगू बाहर दालान में उदास हुये बैठे थे.."अम्मा ! बापू से आज खाने को नही कहोगी..?" बहू ने महंगू की दुलहिन से कहा था..पर उनकी हिम्मत नही हो रही थी..वह समझ रही थीं.. बहुत कहने पर वे खाने तो आ जायेंगे पर खा नही पायेंगे..महंगू के पिता जब मरने को हुये More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी