BANDHAN JANMOKA- CHAPTER-5 book and story is written by Dr.Bhatt Damaynti H. in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. BANDHAN JANMOKA- CHAPTER-5 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
बंधन जन्मोंका - 5
Dr. Damyanti H. Bhatt
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
बंधन जन्मोंका-5 ( धन्यवाद , प्रिय पाठक एवं मातृभारती का । सोना और सूरज का एक्झाम पूर्ण हुआ । अब प्लान के मुताबिक सब दोंस्तों दार्जिलिंग घूमने जाते हैं। अब आगे....) (प्रकरण- 5) सब लोग ...और पढ़ेकी तैयारीमें लग गए। सोनाने सूरजको बता दिया कि एक सप्ताह तक तुझे उसे मिलना भी नहीं हैं, और फोन भी नहीं करना हैं। क्योंकी हमारी केरीयर का सवाल हैं, सोनाने कहा,सूरजने कहा, यार इतना भी झुल्म, मैं मर जाऊँगा। यार,तुझे देखे बिना,,,,,सोनाने कहा, नहीं,,,नहीं,,,नहीं,,,सूरजने कहा, अच्छा चलो ऐसा करते , दिनमें एकबार, हम फोन पर मिलेंगे। इसकी क्या जरूरत हैं, सोनाने कहा, कम पढ़ें