yaaddasht vapas lout rahi hai book and story is written by Alka Sinha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. yaaddasht vapas lout rahi hai is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. याददाश्त वापस लौट रही है... Alka Sinha द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 17 2k Downloads 6.3k Views Writen by Alka Sinha Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आदमकद शीशे में तरन्नुम ने खुद को सिर से पैर तक निहारा, फिर सधे हाथों से आंखों में सुरमा पिरोया। काजल की डोरी से आंखें चमक उठी थीं। बालों को हल्का-सा बाउंस दे कर उसने टेबल पर पड़ा पर्स उठा लिया और लहराती हुई कमरे से बाहर निकल आई। “बाइ अम्मी,” हाथ हिलाकर दरवाजे से निकलने लगी कि अम्मी ने रोक लिया,“जरा सुनना तो एक मिनट।” “लगा दी न टोक।” तरन्नुम ठहर गई। तरन्नुम का ऊपर से नीचे तक मुआयना करते हुए अम्मी अटक-सी गईं, “बाल खुले क्यों रख छोड़े हैं?” तरन्नुम जब तक कुछ कहती तब तक अम्मी ने More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी