likhajokha book and story is written by Lalit Rathod in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. likhajokha is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. लेखाजोखा Lalit Rathod द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1 1.7k Downloads 4.6k Views Writen by Lalit Rathod Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण हवा में ठंडक आने से कुछ देर आँगन में किताब पढ़ना शुरू किया. हवा तेज चलने पर कमरे के भीतर चला आया, क्योंकी निर्मल वर्मा के शब्दों को इस शोर में पढ़ना संभव नहीं. आसमान में दोपहर से धुप और बादल के बीच रेस चल रही थी की कौन दिन के अंत में पहले पहुंचेगा इसलिए कभी बादल धुप को छिपाकर आगे हो जाता तो धुप बादलों को छोड़कर दूर निकल लाता. हवा तेज होने से कमरे के दीवाल पर लटके हुए समान उसी वेग में उड़ने लगे थे. सभी को स्थिर जगह पर रखकर. दरवाजा बंदकर फिर पढ़ने शुरू More Likes This सांवली हवाओं में तेरा नाम था - 1 द्वारा Nushiee तेरे मेरे दरमियाँ - 1 द्वारा Neetu Suthar अधूरे हम.. - 1 द्वारा Aradhana तू था, मगर मेरा नहीं - 1 द्वारा Hindi kahaniyan वो जो मेरा था - 1 द्वारा Neetu Suthar Rebirth in Novel Villanes - 1 द्वारा Aaliya khan अनजानी कहानी - 1 द्वारा surya Bandaru अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी