मानव का खोखला जिवन रनजीत कुमार तिवारी द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें सामाजिक कहानियां किताबें मानव का खोखला जिवन मानव का खोखला जिवन रनजीत कुमार तिवारी द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 567 3k जिवन अनमोल है, यूं व्यर्थ न गवाइए।अपने कुछ पल मानवता में भी लगाइए।।धरा है पाप से सहमी,आओ मिलकर उद्धार करें।मातृभूमि की रक्षा करें,ऐसा मन में सब बिचार करें।।हवा हो गयी है दुषित, पेड़ों को हम काट रहें।पानी में है ...और पढ़ेजहर,मानव पिडा काट रहे।।नफरत फैली है जग में, ऐसे जैसे कोई महामारी।हिन्दू मुस्लिम करके नेताओं ने भी बना ली फुलवारी।।मानव के रूप में जन्म लिया तो अपने को कृतार्थ करें।देश के गद्दारों को आओ मिलकर परित्याग करें।।देश के बिर सपुतो के आत्मा,जब कोई सवाल करें।शर्म से ना झुके शिश, ऐसा कुछ कार्य करें।आओ बच्चों को भी संस्कृति से परिचित करवाते कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें मानव का खोखला जिवन अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी रनजीत कुमार तिवारी फॉलो