gulabo sitabo book and story is written by Amit Singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. gulabo sitabo is also popular in Film Reviews in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. गुलाबो सिताबो की समीक्षा Amit Singh द्वारा हिंदी फिल्म समीक्षा 12.2k 3k Downloads 10k Views Writen by Amit Singh Category फिल्म समीक्षा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण "कला और कहानी की कसौटी पर गुलाबो-सिताबो" साहित्य एवं कला विमर्श के क्षेत्र में एक प्रचलित वाद है- कलावाद | जोकि यूरोप से चला और फ्रेंच भाषा में इसका नारा बना- “ल’ आर पूर ल’ आर” यानी “कला कला के लिए” | सामान्य शब्दों में कहें तो एक ऐसी विचारधारा जो कला का एकमात्र उद्देश्य कला या सौन्दर्य को ही मानती है, इससे परे उसकी किसी भी तरह की उपयोगिता को वह बिलकुल नकारती है |अभिनय कला के सबसे ग्लैमरस मंच सिनेमा के क्षेत्र में बहुत कम ही ऐसी फ़िल्में बनी हैं जो अपने सभी अवयवों को दरकिनार कर केवल और More Likes This नेहरू फाइल्स - भूल-80 द्वारा Rachel Abraham Dhurandhar - Movie Review द्वारा Ashish पती पत्नी और वो - भाग 1 द्वारा Raj Phulware टीपू सुल्तान नायक या खलनायक ? - 9 द्वारा Ayesha फिल्म समीक्षा द डिप्लोमेट द्वारा S Sinha सिल्वरस्क्रीन के गोल्डन ब्वॉयज़ - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil नंबर वन कौन? वहीदा रहमान या शर्मिला टैगोर द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी