bahti rahna maa ganga book and story is written by Shikha Srivastava in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. bahti rahna maa ganga is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. बहती रहना माँ गंगा शिखा श्रीवास्तव द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 2 1.8k Downloads 6.1k Views Writen by शिखा श्रीवास्तव Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अपना अंतिम पर्चा खत्म करके जैसे ही नैना परीक्षा-भवन से निकली उसकी सहेलियों ने उसे घेर लिया। "अरे सुन नैना, हम सबने छुट्टियों में गोवा जाने की योजना बनायी है। तू भी हमारे साथ चल रही है।" सबने समवेत स्वर में कहा। उनकी बात सुनकर नैना का चेहरा खिल उठा। लेकिन तभी कुछ याद आते ही उसने उदास स्वर में कहा "नहीं यार, इस बार मैं तुम लोगों के साथ नहीं जा सकती। माँ ने पहले ही छुट्टी की योजना बना ली है।" "इस बार क्या, हर बार तू यही कहती है। जा तू अपनी माँ के साथ ही जा। More Likes This मंजिले - भाग 12 द्वारा Neeraj Sharma रिश्तों की कहानी ( पार्ट -१) द्वारा Kaushik Dave बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी