We can book and story is written by Jitendra Shivhare in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. We can is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. वी केन Jitendra Shivhare द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 10 1.7k Downloads 4.9k Views Writen by Jitendra Shivhare Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण एक कहानी रोज़--40*वी केन -- कहानी* *दु* कान मालिक की प्रतिक्षा करते-करते तीनों कर्मचारी घर चले गये थे। अब बबलू और सुनिल ही उनकी प्रतिक्षा में दुकान पर रूके हुये थे। बबलू को डर था कि आज फिर मालिक पिछले माह का की तरह कोई बहाना न बना दे? दुकान मालिक कैलाशनाथ कर्मचारियों की तनख़्वाह देने के समय बहुत लेटलतीफी किया करते थे। प्लाईवुड का अच्छा-ख़ासा व्यवसाय होने के बावजूद मात्र पांच कर्मचारियों का वेतन कभी समय पर नहीं दिया गया। प्रातः नौ बजे सभी को दुकान पहूंचना अनिवार्य था। छुट्टी का समय छः बजे निर्धारित था, More Likes This येल्लप्रगडा सुब्बाराव - 1 द्वारा Narayan Menariya फ्लोरेंस नाइटिंगेल - 1 द्वारा Tapasya Singh कल्पतरु - ज्ञान की छाया - 2 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) जादुई लकीरें - 1 द्वारा Writer Digvijay Thakor The Situation Self - 1 द्वारा ADARSH PRATAP SINGH जीवनभर की बचत - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) सन्यासी -- भाग - 31 द्वारा Saroj Verma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी