kaga sab tan khaiyo book and story is written by Kalpana Bajpai in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. kaga sab tan khaiyo is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कागा सब तन खाइयो कल्पना मनोरमा द्वारा हिंदी लघुकथा 5 3.3k Downloads 21.4k Views Writen by कल्पना मनोरमा Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बेटे की शादी के बाद अपने-अपने नाती-पोते के जन्मोत्सव पर उषा और मंजुला फिर से मिल रही थीं ।अचानक आई महामारी ने दोनों को एक जगह कैद कर दिया था। लाख न चाहने पर समधिन जी जैसे भारी भरकम संबोधन सहजता से बहन जी में बदल चुके थे ।एक दिन मंजुला बालकनी की रेलिंग पर कोहनी टिकाये अपनी पसंद का गीत गुनगुना रही थी । “कागा सब तन खाइयो ,मेरा चुन-चुन खइयो मास, दो नैना मत खाइयो मोहे पिया मिलन की आस ।" इतने में उषा भी चाय के दो प्यालों के साथ वहाँ प्रकट हो गई और चुटकी लेते हुए More Likes This वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R. B. Chavda दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी