Suno Punia - 2 book and story is written by Roopsinh Chandel in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Suno Punia - 2 is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
सुनो पुनिया - 2
Roop Singh Chandel
द्वारा
हिंदी सामाजिक कहानियां
Four Stars
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विवरण
सुनो पुनिया (2) घिनुआखेड़ा अहीरों का ही गांव है---एक सौ तीस घरों का छोटा-सा गांव. सभी काश्तकार. परिश्रमी और अपने काम में प्रवीण किसानों का गांव है यह. रामभरोसे का बाप रघुआ के पास पच्चीस बीघे मातवर खेत हैं. खुद का ट्यूबवैल है और करने वाले दस मजबूत हाथ. गांव में वह सबसे अधिक सम्पन्न है. रामभरोसे उसका तीसरा और छोटा लड़का है—कम पढ़ा, लाड़-प्यार में पला-बढ़ा. कुछ-कुछ जिद्दी. पुनिया उसके मन में चढ़ गई तो वह शांत कैसे बैठ सकता था? कुछ दिनों तक वह दलपत खेड़ा के चक्कर काटता रहा---पुनिया से मिलकर अपनी बात कह देने के लिए
सुनो पुनिया (1) घाम की चादर आंगन के पूर्वी कोने में सिकुड़ गई थी. पुनिया ने मुंडेर की ओर देखा और अनुमान लगाया सांझ होने में अधिक देर नहीं है. ठंड का अस...
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