दो बाल्टी पानी - 12 Sarvesh Saxena द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें हास्य कथाएं किताबें दो बाल्टी पानी - 12 दो बाल्टी पानी - 12 Sarvesh Saxena द्वारा हिंदी हास्य कथाएं (16) 801 1.5k " अरे जीजी.. ओ जीजी.. " वर्माइन ने मिश्राइन को पुकारा |मिश्राइन दरवाजा खोलते हुए - "हां.. वर्माइन कहो"?वर्माइन - "अरे जीजी… कहें का, पानी भरने जा रहे हैं तो सोचा तुम्हें भी बुला ले थोड़ी बातें ही कर ...और पढ़ेवरना हम जनानियो की किस्मत में कहां बातें करना लिखा"|मिश्राइन -" सही कह रही हो बहन, हमारी किस्मत में तो बस हाथ पैर चलाना लिखा है और मर्दों की किस्मत में मुंह चलाना, ऐसा करो, वैसा करो, तुमने सही किया बुला लिया, रुको अभी आते हैं"|मिश्राइन ने सर पर पल्लू किया और बाल्टी उठाकर वर्माइन के साथ चल दी |ठकुराइन कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें दो बाल्टी पानी - उपन्यास Sarvesh Saxena द्वारा हिंदी - हास्य कथाएं (439) 49.9k 79.2k Free Novels by Sarvesh Saxena अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Sarvesh Saxena फॉलो