लखनऊ में एक महत्वपूर्ण केस चर्चा का विषय बना हुआ था, जिसमें सत्रह वर्षीय क्रांतिकारी युवक मानस पाठक पर आरोप था कि उसने अंग्रेज़ पुलिस अधिकारी जॉर्ज बर्ड्सवुड के काफिले पर बम फेंका था। मानस उन्नाव के एक गरीब किसान परिवार से था और लखनऊ में पढ़ाई कर रहा था। वह हिंद की फौज नामक क्रांतिकारी संगठन का सदस्य था, जिसने जॉर्ज बर्ड्सवुड के काफिले पर बम फेंकने का निर्णय लिया था, क्योंकि बर्ड्सवुड ने झांसी में एक अहिंसात्मक प्रदर्शन पर गोली चलाई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। पुलिस ने मानस को बिठूर में गिरफ्तार किया और उसकी कोठरी से हिंद की फौज के पर्चे और एक बुर्का बरामद किया। चश्मदीदों के अनुसार, बम फेंकने वाला व्यक्ति बुर्का पहने हुए था। केस की रिपोर्टिंग विभिन्न दृष्टिकोणों से की गई, जहाँ सरकारी पक्ष ने मानस को फंसाने की बात की, जबकि राष्ट्रवादी अखबारों ने उसे निर्दोष बताया। मानस का केस जानकीनाथ सहाय लड़ रहे थे, जो स्वदेशी विचारधारा के समर्थक थे। दूसरी ओर, सरकारी वकील श्यामलाल टंडन थे, जो क्रांतिकारियों के कट्टर विरोधी थे और मानस को कड़ी सजा दिलवाने के पक्ष में थे। केस की सुनवाई शुरू हुई, जिसमें मानस के पिता बिंदेश्वरी पाठक चिंतित थे, लेकिन जानकीनाथ ने उन्हें धैर्य रखने के लिए कहा। मानस ने बताया कि वह केवल एक बार अपने सहपाठी के साथ हिंद की फौज के ठिकाने पर गया था। कर्म पथ पर - 5 Ashish Kumar Trivedi द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 4.1k 3.5k Downloads 12.4k Views Writen by Ashish Kumar Trivedi Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण कर्म पथ पर Chapter 5लखनऊ में एक केस चर्चा का विषय बना हुआ था। लखनऊ के सभी प्रमुख अखबारों में इस केस की चर्चा हो रही थी। केस सत्रह साल के एक क्रांतिकारी युवक मानस पाठक पर चल रहा था। मानस पर आरोप था कि उसने एक अंग्रेज़ पुलिस अधिकारी जॉर्ज बर्ड्सवुड के काफिले पर बम फेंका था। मानस उन्नाव का रहने वाला था। वह एक निर्धन किसान परिवार से ताल्लुक रखता था। वह इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के Novels कर्म पथ पर Chapter 1सन 1942 का दौर था। सारे देश में ही अंग्रेज़ों को देश से बाहर कर स्वराज लाने का प्रबल संकल्प था। देश को अंग्रज़ों की... More Likes This वाह साहब ! - 1 द्वारा Yogesh patil मेनका - भाग 1 द्वारा Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 द्वारा S Sinha RAJA KI AATMA - 1 द्वारा NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी द्वारा इशरत हिदायत ख़ान राख की शपथ: पुनर्जन्मी राक्षसी - पाठ 1 द्वारा Arianshika दरवाज़ा: वक़्त के उस पार - 1 द्वारा Naina Khan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी