इस अध्याय में शिक्षा के संदर्भ में होने वाले भेदभाव पर चर्चा की गई है। यह बताया गया है कि लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने से रोकने के पीछे पारिवारिक सोच और पूर्वाग्रह होते हैं। समाज में यह धारणा है कि अगर लड़कियां पढ़ेंगी, तो वे मनमानी करेंगी, जबकि लड़कों के लिए ऐसा नहीं सोचा जाता। लड़कियों की शिक्षा पर खर्च करने में माता-पिता को संकोच होता है, जिससे लड़कियों के अधिकारों का हनन होता है। लेखक का तर्क है कि शिक्षा न केवल लड़कियों का मौलिक अधिकार है, बल्कि यह उनके विकास और आत्मसम्मान का आधार भी है। शिक्षा के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं और परिवार का भरण-पोषण कर सकती हैं। इसके अलावा, यह भी कहा गया है कि शिक्षा नारी का सबसे बड़ा अधिकार है और इसके बिना वे अपने सभी अधिकारों और इच्छाओं से वंचित रह जाती हैं। लेख में पुरुषों की सोच को चुनौती दी गई है, जो नारी के अधिकारों को स्वीकार नहीं करते हैं। अंत में, लेखक ने एक सकारात्मक बदलाव की उम्मीद जताई है, जहां शिक्षा के माध्यम से नारी का स्थान समाज में मजबूत होगा। आधा मुद्दा (सबसे बड़ा मुद्दा) - अध्याय १४. DILIP UTTAM द्वारा हिंदी महिला विशेष 1.9k Downloads 5.2k Views Writen by DILIP UTTAM Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण -----अध्याय १४."शिक्षा कहाँ?"---- शिक्षा का भेदभाव आज भी बड़े स्तर पर परिवार वालों के चलते ही होता है, लड़कियां पढ़ नहीं पाती, उनकी सोच है कि लड़की पढ़ जाएगी तो मनमानी करेगी, अरे भाई लड़का पढ़ जाता है तो क्या मनमानी करता है? क्या लड़का मे आपका इतना कंट्रोल/नियंत्रण है कि वह मनमानी नहीं करता या लड़का मनमानी करे तो चलेगा, लड़की कर ले तो समस्या, क्यों है? यह कहां का न्याय है? यह कहां की सोच है? ये कहां की राय है? यह कहां की चाह है? लड़के के पढ़ाई में खर्च होने पर माता-पिता को न खलता, Novels आधा मुद्दा (सबसे बड़ा मुद्दा) "अर्धांगिनी"----- कहने को अर्धांगिनी कहा जाता है परंतु आधा हिस्सा दिया किसने, आधा हक दिया किसने, और आधा अधिकार/मान-सम्मान दिया किसने, आधा तो... More Likes This इश्क की लाइब्रेरी। - 8 द्वारा Maya Hanchate अनकहे रिश्ते - 1 द्वारा Mr Lay Patel गड़बड़ - चैप्टर 1 द्वारा Maya Hanchate बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 13 द्वारा Maya Hanchate गुनाहों की सजा - भाग 1 द्वारा Ratna Pandey छाया प्यार की - 1 द्वारा NEELOMA चंद्रवंशी - 1 - अंक – 1.1 द्वारा yuvrajsinh Jadav अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी