Jay bajrangbali book and story is written by सिद्धार्थ शुक्ला in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jay bajrangbali is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. जय बजरंगबली सिद्धार्थ शुक्ला द्वारा हिंदी लघुकथा 607 4.4k Downloads 28.5k Views Writen by सिद्धार्थ शुक्ला Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण #जय_बजरंगबलीपूज्य हनुमान जी को खबर मिली कि पृथ्वी पर उनके गोत्र को लेकर काफी घमासान मचा है। उन्होंने तो कभी इस विषय मे सोचा ही नही था। और वो कैसे सोचते ? सूर्य का क्या कोई गोत्र होता है भला या फिर हवाओ का कोई गोत्र होता है? शुक्र है लंका राम जी के रहते निपट गयी नही तो आज लंका छोड़ अयोध्या बचानी मुश्किल हो जाती। विचारों के चलते हुए भी हनुमान जी आंखें मूंदे ध्यानमग्न प्रतीत हो रहे थे। तभी उनकी पूंछ पर किसी का पांव पड़ा। "हे वानरराज, आप यहाँ क्या कर रहें है? " सूट बूट से किसी More Likes This उड़ान (1) द्वारा Asfal Ashok नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी