कथा की शुरुआत एक व्यक्ति के परीक्षा परिणाम से होती है, जिसमें उसे साक्षात्कार के लिए चुना गया है। साक्षात्कार में उसे सवालों के बजाय उसकी सफलता के बारे में जिज्ञासा दिखाई जाती है। अंततः वह बैंक राजभाषा अधिकारी के पद के लिए चयनित होता है। उसकी पत्रकारिता के दौरान एक उच्च अधिकारी से मुलाकात होती है, जो उसे मनपसंद बैंक दिलाने का वादा करते हैं। इसी बीच, उसे एक लेख प्रतियोगिता में पुरस्कार मिलने की सूचना मिलती है और वह दिल्ली जाता है। प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार के साथ एक स्मारिका भी दी जाती है। वह मुंबई लौटता है और उसे बैंक ऑफ महाराष्ट्र में नियुक्ति की सूचना मिलती है। यह पता चलता है कि उसकी नियुक्ति दिल्ली में हुई है। वह और उसकी पत्नी इस नए अवसर पर विचार करते हैं। इस निर्णय के पीछे कई कारण हैं, जैसे उसकी पहचान हिंदी कार्यों में बन रही है, परिवार का राजस्थान में होना और मां का रिटायरमेंट नज़दीक होना। अंततः, यह कहानी उसके करियर और व्यक्तिगत जीवन में होने वाले बदलावों के बारे में है। प्रकृति मैम - राजपथ Prabodh Kumar Govil द्वारा हिंदी मनोविज्ञान 1.5k 3.5k Downloads 10.3k Views Writen by Prabodh Kumar Govil Category मनोविज्ञान पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 12. राजपथकुछ दिन बाद डाक के लिफाफे में बंद मेरी उस परीक्षा का परिणाम आया जो मैंने पिछले दिनों दी थी। मुझे साक्षात्कार के लिए चुन लिया गया था।ये पहला ऐसा साक्षात्कार था जिसमें वे सवाल नहीं पूछ रहे थे, बल्कि जिज्ञासा प्रकट कर रहे थे कि मैंने ये कैसे किया? वो कैसे किया? और मैं किसी परीक्षा के तनाव में नहीं, बल्कि अपने संचित आत्म विश्वास में डूबा उन्हें ऐसे संबोधित कर रहा था मानो वो मेरी किसी उपलब्धि पर मेरी "बाइट" लेने आया हुआ मीडिया हो!अन्तिम रूप से मेरा चयन बैंक राजभाषा अधिकारी के इस पद पर हो गया। Novels प्रकृति मैम अरे सर, रुटना रुटना ...अविनाश दौड़ता-चिल्लाता आया। -क्या हुआ? मैं पीछे देख कर चौंका। -सर, टन्सेसन मिलेडा। -अरे कन्सेशन ऐसे नहीं मिलता। मैंने लापरवाह... More Likes This जीवन का विज्ञान - 2 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani शब्द उपनिषद — सृष्टि का मौन विज्ञान - 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani जीवनोपनिषद - 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani मनत्रयी दर्शनम् द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani संभोग से समाधि - 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani तन्हा सफ़र: जज़्बातों की छांव में भीगा इश्क़ - 2 द्वारा Babul haq ansari सिसकती वफ़ा: एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल दास्तान - 2 द्वारा Babul haq ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी