Dekhat Jag Baurana Jhuthe Jag Patiyana book and story is written by Vijay 'Vibhor' in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Dekhat Jag Baurana Jhuthe Jag Patiyana is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. देखत जग बौराना, झूठे जग पतियाना……… Vijay Vibhor द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 2 1.5k Downloads 6.8k Views Writen by Vijay Vibhor Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण पांच सौ साल पहले कबीर ने साधु को पहचानने की यह निशानी बताई थी – “साधु ऐसा चाहिए, जैसा सूप सुभाय, सार-सार को गहि रहै, थोथा देई उड़ाय॥” त्याग, संयम, सादगी और सहजता को साधुता की कसौटी मानने वाले कबीर को भारत में आने वाली सदियों में ‘साधु’ और ‘बाबा’ की बदल चुकी परिभाषा का इल्म नहीं रहा होगा। किसी विचार या किसी इच्छा को आगे बढ़ाना ‘क्रमागत उन्नति’ का हिस्सा है, यही एकमात्र रास्ता है शुद्धता के साथ उसे साकार करने का। इसमें समय की कोई क़ैद नहीं है, हो सकता है विचार को अपने अंतिम निखार तक पहुँचने More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी