इस कहानी में शौकीलाल जी की पत्नी आर्थिक जागरूकता पर जोर देती हैं और चाय जैसी फिजूलखर्ची को लेकर उन्हें समझाती हैं। वह कहती हैं कि अगर शौकीलाल जी देश की आर्थिक स्थिति को समझते, तो वह अपने वेतन का एक हिस्सा प्रधानमंत्री राहत कोष में भेज देते। शौकीलाल जी इस पर आश्चर्यचकित होते हैं और सोचते हैं कि उनकी पत्नी ने कहीं नारी शक्ति केंद्र की सदस्यता तो नहीं ले ली। एक दिन, जब शौकीलाल जी आराम कर रहे होते हैं, उनकी पत्नी उन्हें जल्दी उठने के लिए कहती हैं और बच्चों की आदतों का हवाला देती हैं। शौकीलाल जी जानते हैं कि पत्नी के आग्रह के आगे उन्हें उठना ही होगा। पत्नी की बातें और सरिता देवी का प्रभाव उनकी सोच पर गहरा असर डालता है, जिससे शौकीलाल जी चाय पीने की अपनी इच्छा को दबा देते हैं। कहानी में पति-पत्नी के बीच की बातचीत और सामाजिक जागरूकता के मुद्दों को हल्के-फुल्के अंदाज में प्रस्तुत किया गया है।
एक प्याली चाय और शौकीलाल जी - भाग-2
Krishna manu
द्वारा
हिंदी हास्य कथाएं
Three Stars
2.1k Downloads
5.9k Views
विवरण
-' संबंध है। इसलिए तो मैं कह रही हूं कि यदि आप टीवी,रेडियो, अखबार आदि से नाता रखते तो चाय जैसी बेकार चीज के लिए फिजूलखर्ची करने के बारे में सोचते तक नहीं बल्कि प्रधान मंत्री राहत कोष में अपने वेतन का दस प्रतिशत रकम कटवाकर भेज चुके होते।' -' ऐसा क्यों?' आश्चर्यचकित हो शौकीलाल जी ने पूछा। -' क्योंकि आप को देश के नाजुक आर्थिक स्थिति का पता होता। एक सच्चे नागरिक की तरह आप देश की समस्याओं के प्रति जागरूक होते। देश की आर्थिक हालत में सुधार के लिए आप सारी फिजूलखर्ची बंद कर देते। पैसे बचाकर आप
किस्सा उन दिनो का है जब बिल्ली के भाग से सिकहर टूटा था। कम्पनी के एक कर्मचारी को लम्बी अवधि के लिए अवकाश जाने के कारण रिक्त हुए स्थान पर छह महीने की अ...
More Likes This
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी