कभी सोचा न था - १ महेश रौतेला द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ

Kabhi socha n tha द्वारा  महेश रौतेला in Hindi Novels
कभी सोचा न था१.अकेला हूँअकेला हूँशव में,श्मशान मेंशिव मेंतीर्थ में,तीर्थाटन मेंतथागत की भाँति,आँधी में,अँधियारे मेंधूप में,धूल मेंराह में,राह से आगे।अ...

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