कभी सोचा न था - १ महेश रौतेला द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें कविता किताबें कभी सोचा न था - १ Kabhi Socha n tha - 1 book and story is written by महेश रौतेला in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kabhi Socha n tha - 1 is also popular in Poems in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कभी सोचा न था - १ महेश रौतेला द्वारा हिंदी कविता 1.5k 5.1k कभी सोचा न था१.अकेला हूँअकेला हूँशव में,श्मशान मेंशिव मेंतीर्थ में,तीर्थाटन मेंतथागत की भाँति,आँधी में,अँधियारे मेंधूप में,धूल मेंराह में,राह से आगे।अकेलाधुँध की भाँतिकोहरे की तरह,क्षीण आवाज में,सुब-शाम साउगता-अस्त होता,मन से गुनगुनाताक्षणिक विश्वास लिये।सच-झूठ को खींचतामनुष्य बनमौन हूँ। *******२.अपनी खिड़कीअपनी खिड़कीस्वयं ...और पढ़ेखोलनी है,अपना आसमानखुद ही खोजना है।क्षितिजों की लाली मेंनहा-धोअपनी दहलीज परबार-बार आना है।धूप-छाँव के साथहँसते-रोतेगहरी उम्मीद में आ जाना है,बातों को बात समझबार-बाल पलटना है।अपनी खिड़कीस्वयं ही खोलउजाले तक झाँकना है। *******३.आत्मा कुछ तो करेगीआत्मा कुछ तो करेगीसार-संक्षेप बटोरकहीं तो मिलेगी,अपने बच्चों के लिएएक आसमान संजोयेगी,अपने ही जन्मदिन परढेर सारी खुशियों मेंलोट-पोट हो जायेगी,नदी के स्रोत कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें कभी सोचा न था - १ कभी सोचा न था - उपन्यास महेश रौतेला द्वारा हिंदी कविता 2.9k 10k Free Novels by महेश रौतेला अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी