फिल्म 'पागलपंती' को लेकर समीक्षक की राय बेहद नकारात्मक है। फिल्म की कहानी एक ऐसे पात्र राज किशोर (जॉन अब्राहम) के इर्द-गिर्द घूमती है जो हमेशा नुकसानों का सामना करता है। उसके दोस्त जंकी (अर्शद वारसी) और चंदु (पुलकित सम्राट) के साथ मिलकर वे दो दुश्मन डॉन गैंग से भिड़ जाते हैं। फिल्म की स्क्रिप्ट को बेहद कमजोर बताया गया है, जिसमें हास्य की कमी है और जो दर्शकों को गुदगुदाने में असफल रही है। समीक्षक ने फिल्म के संवादों और सिचुएशन्स को हास्यास्पद और बेतुका कहा है, यह बताते हुए कि फिल्म में कोई भी दृश्य मनोरंजन नहीं करता। न केवल कलाकारों की एक्टिंग खराब है, बल्कि जॉन अब्राहम का हास्य अभिनय भी असफल रहा है। अन्य कलाकारों, जैसे अनिल कपूर और सौरभ शुक्ला, ने भी निराश किया है। केवल अर्शद वारसी को ही कुछ हंसाने में सफलता मिली है। कुल मिलाकर, 'पागलपंती' को एक बेतुकी और निराशाजनक फिल्म माना गया है, जिसमें न तो कहानी की गहराई है और न ही कलाकारों की प्रतिभा का सही उपयोग किया गया है। ‘पागलपंती’ - फिल्म रिव्यू - सच्ची में पागल बना देगी… Mayur Patel द्वारा हिंदी फिल्म समीक्षा 22 2.7k Downloads 12.2k Views Writen by Mayur Patel Category फिल्म समीक्षा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण फिल्म इन्डस्ट्री में कहा जाता है की ‘कोमेडी इज अ सिरियस बिजनेस…’ ये बात सुनने में तो अच्छी लगती है, लेकिन है बिलकुल ही गलत. क्योंकी अगर कोमेडी फिल्म बनाना एक सिरियस काम होता तो ‘पागलपंती’ जैसा हथौडा दर्शकों के सर पर नहीं पडता. इस हफ्ते रिलिज हुई इस बाहियात फिल्म की वाहियात कहानी कुछ यूं है की… राज किशोर (जॉन अब्राहम) एक बहोत ही बडी पनौती है. जहां भी जाता है नुकशान ही करवाता है. जंकी (अर्शद वारसी) और चंदु (पुलकित सम्राट) उसके दोस्त है और पैसा कमाने के चक्कर में तीनो दोस्त दो दुश्मन डॉन गैंग से भीड Novels फिल्म रिव्यू - मयूर पटेल फिल्म रिव्यू – ‘ठग्स ओफ हिन्दोस्तान’… दर्शको को वाकइ में ठग लेगी ये वाहियात फिल्म कई सालों से ये होता चला आ रहा है की दिवाली के त्योहार पर रिलिज हुई... More Likes This फिल्म समीक्षा द डिप्लोमेट द्वारा S Sinha सिल्वरस्क्रीन के गोल्डन ब्वॉयज़ - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil नंबर वन कौन? वहीदा रहमान या शर्मिला टैगोर द्वारा Prabodh Kumar Govil बॉलीवुड vs हॉलीवुड द्वारा S Sinha फिल्म रिव्यू - Bad Newz द्वारा S Sinha Mr. and Mrs Mahi - फिल्म समीक्षा द्वारा S Sinha Jawan द्वारा Nikhil Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी