कहानी "मैं हूँ ना" में बसंत, कालिंदी से विवाह का प्रस्ताव रखता है और उसे आश्वासन देता है कि वह उसके जीवन को खुशियों से भर देगा। कालिंदी, जो हाल ही में तलाक का सामना कर रही है, बसंत को थोड़ा समय मांगती है ताकि वह अपनी पुरानी जिंदगी से उबर सके। बसंत उसकी बात मानता है और एक साल बाद फिर से प्रस्ताव देने की बात करता है। कालिंदी के मन में अपने पूर्व पति शीतल की खट्टी-मीठी यादें लौट आती हैं। शीतल के साथ उसके शादी के पहले कुछ महीने अच्छे रहे, लेकिन उसके बाद शीतल का असंवेदनशील और झगड़ालू स्वभाव उनके जीवन को कठिन बना देता है। कालिंदी, जो एक शांतिप्रिय परिवार में पली-बढ़ी थी, शीतल की नफरत और संघर्ष से दुखी हो जाती है। शीतल ने बच्चों के प्रति अपनी नफरत का इजहार करते हुए कालिंदी को चेतावनी दी थी कि अगर वह बच्चों के बारे में सोचती है, तो उनके रास्ते अलग हो जाएंगे। इस स्थिति में कालिंदी की मनोदशा और जीवन की चुनौतियों का सामना करने की कठिनाई को दर्शाया गया है। इस कहानी में प्रेम, विवाह, और व्यक्तिगत संघर्षों का गहराई से चित्रण किया गया है, जिसमें कालिंदी की भावनात्मक स्थिति और उसके अतीत की छायाएँ प्रमुख हैं। मैं हूँ ना Renu Gupta द्वारा हिंदी महिला विशेष 5.4k 2.3k Downloads 10.5k Views Writen by Renu Gupta Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मैं हूँ ना बसंत ने कालिंदी की आंखों में झांकते हुए बेहद भाव विह्वल स्वरों में उससे कहा, ‘‘कालिंदी, मैं तुम्हें अपनी पत्नी बनाना चाहता हूं, तुमसे विवाह करना चाहता हूं। वायदा करता हूं, कभी तुम्हारी इन आंखों में आंसू नहीं आने दूंगा, तुम्हारे सूने जीवन को बेइंतिहा खुशियों से भर दूंगा। बोलो, अप्पू की मां बनोगी?,’’ बसंत का यह विवाह प्रस्ताव सुनकर कालिंदी की कुछ समझ में न आया कि वह उससे क्या कहे? फिर क्षणभर में तनिक सोच कर उसने उससे कहा, ‘‘बसंत थोड़ा रुक जाओ, मैं तुम्हें ना नहीं कह रही, लेकिन मुझे थोड़ा समय दो अपनी More Likes This फूल की किस्मत - 1 द्वारा KANKSHA VASNIK जहरीला घुंगरू - भाग 1 द्वारा Raj Phulware अनकही मोहब्बत - 6 द्वारा Kabir इंतेक़ाम - भाग 17 द्वारा Mamta Meena तन्हाई - 1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik शंम्मो जान भाग- 1 द्वारा Lakshmi छवि भाग- 3 द्वारा Lakshmi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी