ख़्वाब....जो बता न सके Satender_tiwari_brokenwordS द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें लघुकथा किताबें ख़्वाब....जो बता न सके ख़्वाब....जो बता न सके Satender_tiwari_brokenwordS द्वारा हिंदी लघुकथा (13) 1.3k 6k नैना की नौकरी विदेश में लग गयी थी। घर वाले खुश तो थे लेकिन वही बात है ना कि लड़की है कैसे रह पाएगी ? वही समाज के चार ताने और वो चार लोग, न जाने कौन ??लेकिन ...और पढ़ेभी नैना के माता पिता ने उसे मना नही किया।और नैना को विदेश जाकर नौकरी करने के लिए सहयोग किया और प्रोत्साहित किया।।नैना के साथ उसकी दो दोस्त और भी साथ मे थी। विदेश पहुँच कर नैना घर पे फ़ोन लगाती है। नैना -" माँ बहुत प्यारी जगह है ये। अभी कुछ दिन के लिए कम्पनी के गेस्ट हाउस में रहना हैं कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें ख़्वाब....जो बता न सके अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Satender_tiwari_brokenwordS फॉलो