इस कहानी में लेखक यशवन्त कोठारी ने आधुनिक उपभोक्तावाद और पारिवारिक जीवन की बदलती परंपराओं पर प्रकाश डाला है। दीपावली पर नई चीजें खरीदने की परंपरा के बीच, एक महिला ने अपने मोहल्ले में वाशिंग मशीन खरीदी, जिससे पूरे मोहल्ले में हलचल मच गई। सभी महिलाएं उसके घर पर इकट्ठा हुईं और वाशिंग मशीन की खूबियों के बारे में चर्चा की। महिला ने बताया कि उसके पति ने कहा कि अब उसे कपड़े धोने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि मशीन यह काम करेगी। लेकिन जब पति घर आया और देखा कि कपड़े वैसे के वैसे पड़े हैं, तो उसने पत्नी से इसका कारण पूछा। पत्नी ने कहा कि अब वह कपड़े नहीं धोएगी, क्योंकि विज्ञान ने तरक्की कर ली है। पति ने इस पर चिंता जताई कि यदि सब काम मशीनों से होने लगे तो मानव की जरूरतें कैसे पूरी होंगी। पत्नी ने अपने बच्चों के कपड़े धोने की जिम्मेदारी से खुद को दूर कर लिया और कहा कि वह अब वाशिंग मशीन चाहती है। अंत में, पति ने कहा कि वह वाशिंग मशीन खरीदने के लिए कोई प्रावधान नहीं है, और घर के काम करने से स्वास्थ्य बना रहता है। कहानी में एक ओरत की इच्छाओं और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच टकराव को दर्शाया गया है, जो कि आधुनिकता और पारंपरिक जीवन के बीच की खाई को उजागर करता है। वैश्या वृतांत - 22 Yashvant Kothari द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 9 3.8k Downloads 9.6k Views Writen by Yashvant Kothari Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बीबी मांग रही वाशिंग मशीन यशवन्त कोठारी दीपावली पर नया खरीदना एक परंम्परा बन गयी है और जमाने की रफ्तार बड़ी तेजी से बदल रही है। पहले के जमाने में घर परिवार के अपने कायदे-कानून हुआ करते थे, मगर शहरीकरण तथा उपभोक्तावादी संस्कृति ने सब कायदे-कानूनों को ताक पर चढ़ा दिया है और रह गयी है एक नंगी भूख जो सीधे भोगवाद की ओर ले जाती है। घर-परिवार सीमित हो गये। छोटे परिवार सुखी परिवार हो गये और इन सुखी परिवारों के अपने-अपने दुःख हो गये। मोहल्ले-पड़ौसी समाप्त हो गये। नदी, तालाब, घाट पर कपड़े धोने की Novels वैश्या वृतांत देह व्यापार.विवेचन इनसाइक्लोपेडिया ब्रिटानिका के अनुसार देह व्यापार का अर्थ है मुद्रा या धन या मंहगी वस्तु और षारीरिक सम्बन्धों का विनिमय। इस परिभापा... More Likes This अनदेखा प्यार - 2 द्वारा Mehul Pasaya इम्तेहान-ए-इश्क़ या यूपीएससी - सारांश द्वारा Luqman Gangohi पहली तस्वीर, पहला सपना - भाग 1 द्वारा Dimpal Limbachiya बरसों बाद तुम - 1 द्वारा Neetu Suthar इश्क. - 15 द्वारा om prakash Jain School ishq - 1 द्वारा Hindi kahaniyan पहली मुलाक़ात - भाग 1 द्वारा vaghasiya अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी