Alakh Niranjan book and story is written by राजीव तनेजा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Alakh Niranjan is also popular in Comedy stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अलख निरंजन राजीव तनेजा द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 2 6k Downloads 23.6k Views Writen by राजीव तनेजा Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण “अलख निरंजन” "अलख निरंजन!…बोल. ..बम...चिकी बम बम….अलख निरंजन....टूट जाएँ तेरे सारे बंधन" कहकर बाबा ने हुंकारा लगाया और इधर-उधर देखने के बाद मेरे साथ वाली खाली सीट पर आकर बैठ गया|“पूरी ट्रेन खाली पड़ी है लेकिन नहीं…सबको इसी डिब्बे में आकर मरना है”बाबा के फटेहाल कपड़ों को देखते हुए मैं बड़बड़ाया|“सबको, मेरे पास ही खाली सीट नज़र आती है। कहीं और नहीं बैठ सकता था क्या?” मैं परे हटता हुआ मन ही मन बोला |“कहाँ जा रहे हो बच्चा?” मेरी तरफ देखते हुए बाबा का सवाल |“पानीपत”मेरा अनमना सा संक्षिप्त जवाब था |“डेली पैसैंजर हो?”…“जी!…..(मेरा बात करने का मन नहीं हो More Likes This मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur राज घराने की दावत..... - 1 द्वारा pooja कॉमेडी कहानी 3 दोस्तों की - 1 द्वारा Roshan baiplawat समानांतर दुनिया - 1 द्वारा Mansi बाबू जी की मुक्त शैली पिटाई - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) चरणनंदन का अभिनंदन - 1 द्वारा Tripti Singh अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी