हतक Saadat Hasan Manto द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

हतक

Saadat Hasan Manto मातृभारती सत्यापित द्वारा हिंदी लघुकथा

दिन भर की थकी माँदी वो अभी अभी अपने बिस्तर पर लेटी थी और लेटते ही सो गई। म्युनिसिपल कमेटी का दारोगा सफ़ाई, जिसे वो सेठ जी के नाम से पुकारा करती थी। अभी अभी उस की हड्डियां पसलियां ...और पढ़े


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