यह कहानी एक व्यक्ति के नए शहर में नौकरी करने की शुरुआत के बारे में है। वह इस शहर में थोड़े सामान के साथ आता है और पहले दो सप्ताह अपने रिश्तेदार के घर में रहता है, जो सरकारी नौकरी में हैं। वहां उसे एक नया जीवनशैली अपनानी पड़ती है, जिसमें घर का काम करने वाले लड़के और अपने भाईसाहब के साथ समय बिताना शामिल है। भाईसाहब का व्यवहार मजेदार और कभी-कभी गाली देने वाला होता है, जिससे वह हंसता है। कुछ समय बाद, वह एक छोटा मकान ढूंढ लेता है और उसके लिए खाना बनाने वाली एक महिला भी मिल जाती है। बैंक में काम करते हुए, वह कई लोगों से मिलता है और शहर के बारे में जानकारी प्राप्त करता है। अपने खाली समय में वह रेडियो सुनता है, क्योंकि उस समय मोबाइल या टीवी की सुविधा नहीं थी। वह त्योहारों पर ही घर जा पाता है और धीरे-धीरे घर के लोग समझने लगते हैं कि परदेसियों के साथ क्या संबंध रखना है। कहानी इस नए जीवन के अनुभवों और अकेलेपन के साथ-साथ नए मित्रों के साथ समय बिताने की यात्रा को दर्शाती है। प्रकृति मैम - गाकर देखो Prabodh Kumar Govil द्वारा हिंदी मनोविज्ञान 1.9k 3.7k Downloads 9k Views Writen by Prabodh Kumar Govil Category मनोविज्ञान पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 1.गाकर देेेे...मेरी नई - नई नौकरी वाला ये शहर भी सुन्दर था और वक़्त भी।ज्वाइन करने के लिए थोड़े से सामान के साथ यहां आया तो मैं पहले दो सप्ताह दूर के रिश्ते के एक भाई के घर में रहा। वे विवाहित थे, लेकिन उनकी पत्नी डिलीवरी के लिए ही अपने पीहर गई हुई थीं। वे एक सरकारी विभाग में कार्यरत थे।मुझसे बोले- अभी मैं भी अकेला हूं, घर ख़ाली पड़ा है, आराम से यहीं रहो। धीरे- धीरे तुम्हारे लिए कमरा ढूंढ़ देंगे।एक बार फिर छात्रावास जैसी ज़िन्दगी शुरू हो गई।वे सुबह जल्दी घर से निकल जाते,और रात को बहुत Novels प्रकृति मैम अरे सर, रुटना रुटना ...अविनाश दौड़ता-चिल्लाता आया। -क्या हुआ? मैं पीछे देख कर चौंका। -सर, टन्सेसन मिलेडा। -अरे कन्सेशन ऐसे नहीं मिलता। मैंने लापरवाह... More Likes This जीवन का विज्ञान - 2 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani शब्द उपनिषद — सृष्टि का मौन विज्ञान - 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani जीवनोपनिषद - 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani मनत्रयी दर्शनम् द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani संभोग से समाधि - 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani तन्हा सफ़र: जज़्बातों की छांव में भीगा इश्क़ - 2 द्वारा Babul haq ansari सिसकती वफ़ा: एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल दास्तान - 2 द्वारा Babul haq ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी