soch aur sangharsh book and story is written by Dr Vatsala J Pande in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. soch aur sangharsh is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सोच और संघर्ष Dr Vatsala J Pande द्वारा हिंदी लघुकथा 7 1.6k Downloads 6.6k Views Writen by Dr Vatsala J Pande Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अरे आज भी तुम ये छोटी छोटी मछलियां पकड़ लाये , कितनी बार समझाया की समुद्र में थोड़ी दूर तक जाओ , थोड़ी बड़ी मोटी मछली लाओ ,कुछ आमदनी बढे और कुछ हमारा रहन सहन ऊंचा हो, कब तक इस झोपड़ नुमा घर में रहेंगे, ये पुराने पुराने कपडे और बर्तन ही हमारी ज़िंदगी में दिखेंगे,तुम पता नहीं कैसे संतोषी जीव हो , ऊंची सपने देखना तो दूर उनको सोचते भी नहीं हो.संतोष परम धर्म बेशक हो पर कब ये धर्म अपनाना है इसका एक समय और एक स्तर तो हो. अब नौशीन और अब्दुल दोनों स्कूल जाने लगे है, More Likes This सनातन - 2 द्वारा अशोक असफल वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी