Akeli nahi hu me book and story is written by Ritu Chauhan in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Akeli nahi hu me is also popular in Drama in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अकेली नहीं हूँ मैं Ritu Chauhan द्वारा हिंदी नाटक 2 2.1k Downloads 12.8k Views Writen by Ritu Chauhan Category नाटक पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण कभी कभी छोटी सी है तो कभी हद से ज़्यादा, कभी चाँद लम्हो की है तो कभी वर्षों पुरानी. क्यों होती है ये घुटन. क्यों ये दिल अरमान रखता है. क्यों ये दिल कुछ मांगता रहता है. क्यों नहीं ये वैसा करता जैसा बोला जाता है. ख़ुशी के कुछ पल खो से जाते हैं जब ढेर साड़ी घुटन दिल में घर कर गयी हो. काश मैं स्वार्थी न होती. काश ये मैं मशीन होती जिसको जो बोला जाता वो ही होता. काश मेरे अरमान ना होते. काश मैं प्यार की तलाश में ना होती. काश मैं खुद को जान पाती, More Likes This प्रेम और युद्ध - 3 द्वारा Anand Tripathi Venom Mafiya - 1 द्वारा Frost RE स्वर : एक संगम या जंग - 1 द्वारा Shruti Sharma Insta Empire - 1 द्वारा Aniket Rajput नादान इश्क़ - 2 द्वारा rk bajpai इश्क इबादत - 2 द्वारा Juhi Patel My Passionate Hubby - 1 द्वारा Asha Sahu अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी